उद्यमिता जोखिम उठाने की इच्छा, आय एवं प्रतिष्ठा की चाह , चिन्तन, तकनीक एवं कार्यपद्धति है।
उद्यमिता औद्योगिक, आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति का आधारस्तम्भ है। उद्यमिता के सृजनशील विचार द्वारा ही राष्ट्र की निर्धनता, बेरोजगारी, आर्थिक असामनता आदि का निवारण सम्भव है।
इस तरह उद्यमिता व्यवसाय, समाज तथा वातावरण को जोड़ने का कार्य करती है।
यह जीवकोपार्जन का साधन ही नहीं वरन कौशल एवं व्यक्तित्व का विकास की महत्वपूर्ण तकनीकी भी है।
उद्यमिता एक व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के समूह की एक उद्देश्यपूर्ण क्रिया है जिसमें निर्णयों की एक एकीकृत श्रृंखला सम्मिलित होती है। यह आर्थिक वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन अथवा वितरण के लिए एक लाभप्रद व्यावसायिक इकाई का निर्माण, संचालन एवं विकास करता है।