अंतिम खाते का आधार तलपट है। तलपट से ही व्यापर खाता, लाभ-हानि खाता व चिट्ठा तैयार किया जाता है।
अतः अंतिम खाते तैयार करने के लिए यह आवश्यकता शर्त है की पहले खाता-बही के शेषों या बाकियों से तलपट तैयार कर लिया जाए।